पूर्ण सूर्य ग्रहण २००९ और भारत
भारत, पाकिस्तान, चीन, जापान समेत अनेक देशों में 22 जुलाई का सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। विज्ञानिकों का कहना है कि ये इस शताब्दी के लंबे सूर्य ग्रहण में से एक होगा।
भारत में पूर्ण सूर्यग्रहण के मौक़े पर पर्यटकों को लुभाने की कोशिश जोर शोर से की जा रही है.
हालांकि भारत में पूर्ण सूर्यग्रहण केवल कुछ मिनट के लिए ही दिखाई देगा लेकिन पर्यटन कंपनियों ने इस मौक़े को भुनाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है.
गुजरात सरकार ने 22 जुलाई को पड़ने वाले पूर्ण सूर्य ग्रहण को पर्यटन के एक बड़े उत्सव के तौर पर मनाने का फ़ैसला किया है.
इसी तरह बिहार के पटना के पास तरेगना गाँव में सूर्यग्रहण पर पर्यटकों का जमावड़ा होगा.
टूर आपरेटर्स ने सूर्यग्रहण को दिखाने के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था की है जो इस दौरान एक शहर से दूसरे शहर उड़ान भरेंगी.
इसमें खिड़की वाली सीटों के लिए विशेष क़ीमत वसूली जा रही है.
दरअसल नासा के अनुसार भारत में ये सूर्य ग्रहण सुबह 5 बजकर 28 मिनट से शुरू होकर 7 बजकर 40 मिनट तक देखा जा सकेगा.
लेकिन पूर्ण सूर्यग्रहण सुबह 6.26 से 6.30 तक चलेगा जिसमें सूर्य पूरी तरह छुप जाएगा.
भारत में पूर्ण सूर्यग्रहण भोपाल, सूरत, दार्जलिंग, वाराणसी और पटना के आसपास देखा जा सकेगा.
लेकिन दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बंगलौर, अहमदाबाद, कोलकाता और चेन्नई में आंशिक सूर्यग्रहण ही देखा जा सकेगा.
गुजरात के पर्यटन सचिव किशोर राव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गुजरात सरकार 22 जुलाई को सूरत में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित कर रही है.
उन्होंने उम्मीद जताई कि सूर्यग्रहण को देखने के लिए लगभग पाँच हज़ार पर्यटक सूरत में जुटेंगे.
सूर्यग्रहण भारत के पश्चिमी क्षेत्र से शुरू होगा और फिर पूर्वी भारत, बर्मा, जापान और चीन के छोटे द्वीपों की तरफ बढ़ेगा.
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